हेलो दोस्तों !
आज की इस 10 most important function of stdio.h header file in C programming-[Hindi] पोस्ट में हम C programming की stdio.h header file के 10 सबसे उपयोगी (useful ) फंक्शन के बारे में जानेंगे। की कौन से वो 10 फंक्शन है और उनका क्या यूज़ है।
इस पोस्ट के मुख्य विषय निन्म है :-
- stdio.h header फाइल क्या है?what is stdio.h header file?
- 10 important function of stdio.h header file.
- stdio.h header file का यूज़ सभी प्रोग्राम में क्यों होता है ?
- post explanation video.
1.stdio.h header फाइल क्या है :-
तो दोस्तों सबसे पहले हम यह जान लेते है की stdio.h header file क्या होती है ?
दोस्तों stdio.h हैडर फाइल C प्रोग्रामिंग की एक स्टैण्डर्ड इनपुट आउटपुट हैडर फाइल है। इस हैडर फाइल में वो सभी फंक्शन उपलब्ध है जो इनपुट और आउटपुट से सम्बंधित है। इस हैडर फाइल में इनपुट आउटपुट से सम्बंधित फंक्शन होने के कारण ही इसे स्टैण्डर्ड इनपुट आउटपुट हैडर फाइल कहा जाता है।
इस हैडर फाइल में इनपुट आउटपुट से सम्बंधित फंक्शन उपलब्ध होने के कारण हम इसका यूज़ लगभग सभी प्रोग्राम में करते है। जिन प्रोग्राम में हमें इनपुट आउटपुट से सम्बंधित वर्क करना होता है। इसलिए आप देखते होंगे की जब भी आप प्रोग्राम बनाते है तो आपको इस हैडर फाइल को include करना पड़ता है।
stdio.h हैडर फाइल C प्रोग्रामिंग में सबसे ज्यादा यूज़ होने वाली हैडर फाइल्स की लिस्ट में सबसे ऊपर आती है। इसका कारण यह है की यह एक standard इनपुट आउटपुट हैडर फाइल और इसके बिना हमारा प्रोग्राम वर्क ही नहीं कर सकता है न ही इनपुट ले सकता है और न ही आउटपुट दे सकता है। और हम किसी प्रोग्राम को आउटपुट के लिए ही बनाते है।
दोस्तों अभी तक हमने जाना की stdio.h हैडर फाइल क्या होती है इसका कितना importance है C प्रोग्रामिंग में। अब हम आगे stdio.h हैडर फाइल के उन फंक्शन्स के बारे में पढ़ेंगे जिनका यूज़ बहुत ज्यादा किया जाता है।
2.10 important function of stdio.h header file :-
दोस्तों अब हम यह जान लेते है की stdio.h header file में वो कौन से 10 फंक्शन का जिनका बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है ?
stdio.h के वो फंक्शन जिनका बहुत ज्यादा यूज़ किया जाता है वो निन्म है :-
- printf() function.
- scanf() function.
- fclose() function.
- fopen() function.
- gets() function.
- getchar() function.
- fread() function.
- fwrite() function.
- fflush() function.
- feof() function.
दोस्तों ये है stdio.h हैडर फाइल के वो 10 फंक्शन जिनका यूज़ ज्यादा किया जाता है। अभी हमने इन फंक्शन्स को जाना है हम जान लेते है की इनका क्या कार्य होता है ये फंक्शन किस कार्य को करने के लिए यूज़ किये जाते है।
1. printf() function :-
दोस्तों printf() फंक्शन एक ऐसा फंक्शन है जिसका यूज़ हम किसी मैसेज और वेरिएबल की वैल्यूज को print करने के लिए करते है। जब भी हमें किसी मैसेज को प्रिंट करना होता है तो हम ज्यादातर printf () फंक्शन का यूज़ करते है। इस फंक्शन में हमें उस मैसेज को और उस वेरिएबल को पास करना पड़ता है जिसे हम प्रिंट करना चाहते है।
example of printf() function :-
void main()
{
int a;
a=10;
printf("a=%d",a);
}
2.scanf() function :-
दोस्तों scanf() फंक्शन एक ऐसा फंक्शन होता है। जिसका यूज़ हम किसी वेरिएबल पर वैल्यू स्टोर करने के लिए करते है। scanf() फंक्शन भी दो आर्गुमेंट लेता है पहला आर्गुमेंट format specifier और दूसरा आर्गुमेंट उस वेरिएबल का एड्रेस होता है जिसमे वैल्यू को स्टोर करना है। जब हम कीबोर्ड से कोई वैल्यू एंटर करते है तो scanf() फंक्शन उस वैल्यू को उस वेरिएबल पर स्टोर कर देता है जिस वेरिएबल का एड्रेस अपने दिया है।
example of scanf() function :-
void main()
{
int a;
scanf("%d",&a);
}
3.fclose() function :-
दोस्तों जब भी हम C प्रोग्रामिंग में कोई भी फाइल किसी कार्य को करने के लिए open करते है तो उस फाइल को हमें बंद (close) करने की जरुरत पड़ती है। ताकि हमारी फाइल सुरक्षित रहे उसमे कोई बदलाव न होने पाए। C प्रोग्रामिंग में जब भी हमें फाइल को close करने की जरुरत पड़ती है तो हम fclose() फंक्शन का यूज़ करते है।
इस फंक्शन की मदद से हम किसी भी open फाइल को close कर सकते है। यह फंक्शन केवल एक आर्गुमेंट को लेता है जो की वह फाइल होती है जिसको हमें close करना है।
example of fclose function :-
void main()
{
FILE * fp;
fp=fopen("ram.txt","w");
fclose(fp);
}
4.fopen() function :-
दोस्तों C प्रोग्रामिंग में हम फाइल्स का यूज़ भी अपने प्रोग्राम में कर सकते है। C प्रोग्रामिंग में जब भी हमें किसी फाइल का यूज़ करना होता है तो सबसे पहले हम उस फाइल को खोलते (open ) करते है। और यह काम fopen() फंक्शन की मदद से होता है। इसका मतलब है की जब भी हमें में किसी फाइल को open करना होता है तो हम fopen() फंक्शन का यूज़ करते है।
fopen() फंक्शन दो आर्गुमेंट लेता है पहला उस फाइल का नाम जिसको प्रोग्राम में open करना है और फाइल का मोड जिस मोड में उस फाइल को ओपन करना है।
example of fopen() function :-
void main()
{
FILE *fp;
fp=fopen("ram.txt","w");
}
5.gets() function :-
दोस्तों gets() फंक्शन एक ऐसा फंक्शन होता है जो केवल यूजर से स्ट्रिंग को accept करता है। और उस स्ट्रिंग में स्टोर करता है जिस स्ट्रिंग का एड्रेस आपने gets() फंक्शन को देते है। gets() फंक्शन केवल एक आर्गुमेंट लेता है जो की उस स्ट्रिंग का एड्रेस होता है जिसमे हमें यूजर के द्वारा एंटर की जाने वाली स्ट्रिंग को स्टोर करना है।
जब हम gets() फंक्शन को उस स्ट्रिंग का एड्रेस पास कर देते है तो gets() फंक्शन यूजर के द्वारा एंटर की जाने वाली स्ट्रिंग को हमरे द्वारा पास की गई स्ट्रिंग में स्टोर कर देता है।
example of gets() function :-
void main()
{
char name[20];
printf("Enter your name:");
gets(name);
}
6.getchar() function :-
दोस्तों getchar() फंक्शन एक ऐसा फंक्शन होता है जो यूजर से एक character को accept करता है। और उस करैक्टर को return करता है। और हम उस करैक्टर को एक char टाइप के वेरिएबल में स्टोर कर लेते है। getchar() फंक्शन केवल एक करैक्टर को यूजर से लेकर return करता है।
इसका यूज़ हम तब करते है जब हमें एक करैक्टर यूजर से एंटर करना होता है। इस फंक्शन में हमें कोई भी वैल्यू पास करने की जरुरत नहीं होती है। जब भी हमें इस फंक्शन को यूज़ करना होता है तो हम बस इस फंक्शन का नाम लिखते ही और इसके द्वारा return की जाने वाली वैल्यू को हम एक char टाइप के वेरिएबल में assign करते है।
example of getchar() function :-
void main()
{
char ch;
printf("Enter any character:");
getchar(ch);
putchar(ch);
}
7.fread() function :-
दोस्तों जैसा की आपको पता होगा की हम C प्रोग्रामिंग में फाइल्स का यूज़ अपने प्रोग्राम में कर सकते है। और उन फाइल में read और write जैसे ऑपरेशन कर सकते है। लेकिन फाइल को read और write करने के लिए दो फंक्शन होते है। फाइल को read करने के लिए fread() फंक्शन का यूज़ किया जाता है। fread() फंक्शन चार आर्गुमेंट लेता है पहला उस वेरिएबल का एड्रेस होता है
जिसमें रीड करके वैल्यूज को स्टोर करना है और दूसरा आर्गुमेंट उस वेरिएबल का साइज देना होता है जिस वेरिएबल में रीड की जाने वाली वैल्यूज को स्टोर करना है। तीसरा आर्गुमेंट मेमोरी ब्लॉक होता है की आपको कितने बाइट के ब्लॉक को read करना है। और चौथा आर्गुमेंट वह फाइल होती है। जिससे वैल्यूज को रीड करना है।
example of fread() function :-
void main()
{
FILE *fp;
char ch[20];
fp=fopen("ram.txt","r");
fread(&ch,sizeof(ch),1,fp);
fclose(fp);
}
8.fwrite() function :-
दोस्तों जैसा की आपको पता होगा की हम C प्रोग्रामिंग में फाइल्स का यूज़ अपने प्रोग्राम में कर सकते है। और उन फाइल में read और write जैसे ऑपरेशन कर सकते है। लेकिन फाइल को read और write करने के लिए दो फंक्शन होते है। फाइल में किसी वैल्यूज को wirte करने के लिए fwrite() फंक्शन का यूज़ किया जाता है। fwrite() फंक्शन चार आर्गुमेंट लेता है पहला उस वेरिएबल का एड्रेस होता है
जिस वेरिएबल की वैल्यू को फाइल में write करना है और दूसरा आर्गुमेंट उस वेरिएबल का साइज देना होता है जिस वेरिएबल की वैल्यू को फाइल में write करना है। तीसरा आर्गुमेंट मेमोरी ब्लॉक होता है की जितने बाइट के ब्लॉक को फाइल write करना है। और चौथा आर्गुमेंट वह फाइल होती है। जिसमें वैल्यूज को write करना है।
example of fwrite() function :-
void main()
{
FILE *fp;
char ch[20];
gets(ch);
fp=fopen("ram.txt","w");
while(!feof(fp))
{
fwrite(&ch,sizeof(ch),1,fp);
}
fclose(fp);
}
9.fflush() function :-
दोस्तों stdio.h हैडर फाइल के इस फंक्शन का बहुत importance होता है। क्योकि इस फंक्शन का काम सबसे जरुरी होता है। fflush() फंक्शन का यूज़ हम buffer को खाली(empty) करने के लिए करते है। दोस्तों जब भी हम कोई करैक्टर एंटर करते है तो वो करैक्टर direct वेरिएबल में स्टोर नहीं होता है।
हम जिस करैक्टर को एंटर करते है वह सबसे पहले बफर में स्टोर होता है। और फिर उस बफर से कोई भी फंक्शन उस करैक्टर को कॉपी करता है और उस वेरिएबल में स्टोर करा देता है जिस वेरिएबल का एड्रेस आप उस फंक्शन को पास करते है।
लेकिन जब हम दुबारा ऐसे ही फंक्शन का यूज़ करते है जो करैक्टर को रीड करता है तो जब वह फंक्शन बफर से यूजर के द्वारा एंटर की गई वैल्यू को रीड करने जाता है तो एरर आती है या हमारा प्रोग्राम अच्छी तरह वर्क नहीं करता है। इसी प्रॉब्लम को solve करने के लिए fflush फंक्शन का यूज़ किया जाता है।
example of fflush function :-
void main()
{
char ch,ch1;
printf("enter a character:");
ch=getchar();
printf("enter a character:");
fflush(stdin);
ch=getchar();
}
10.feof() function :-
दोस्तों stdio.h हैडर फाइल का यह फंक्शन इसलिए यूज़ किया जाता है ताकि पता लगाया जा सके की फाइल end हुई या नहीं। इसका यूज़ हम अक्सर लूप के साथ करते है। जब हम किसी फाइल को read करने के लिए ओपन करते है तो हमें यह नहीं पता होता है की फाइल एन्ड हुई या नहीं। इसलिए यह पता करने के लिए feof () फंक्शन का यूज़ किया जाता है। ताकि यह पता लगाया जा सके की फाइल end हुई है या नहीं।
example of feof() function :-
void main()
{
FILE *fp;
char name[20];
fp=fopen("ram.txt","r");
while(!feof(fp))
{
fread(&name,sizeof(name),1,fp);
}
fclose(fp);
}
3.stdio.h header file का यूज़ सभी प्रोग्राम में क्यों होता है :-
दोस्तों अब हम जान लेते है की हमें हर प्रोग्राम में stdio.h header file include करने की क्यों जरुरत पड़ती है ?
दोस्तों आप अक्सर देखते होंगे की हमें लगभग सभी C programs में stdio.h हैडर फाइल को include करना पड़ता है। मगर इसका कारण क्या है की हमें हर प्रोग्राम में stdio.h हैडर फाइल को include करना पड़ता है। तो दोस्तों अब आप अपने आप से ये सवाल पूछो की आप किस लिए प्रोग्राम बना रहे है। तो आपका जवाब होगा की आउटपुट के लिए।
तो दोस्तों अगर आप अपना प्रोग्राम एक अच्छे आउटपुट के लिए बना रहे है तो उसके लिए आपको stdio.h हैडर फाइल include करनी पड़ती है क्योंकि C प्रोग्रामिंग में जितने भी फंक्शन इनपुट और आउटपुट को हैंडल करते है वो सभी फंक्शन stdio.h हैडर फाइल में डिफाइन किये गए है। जैसे आप C प्रोग्रामिंग में हमेशा ही आउटपुट देखने के लिए printf() फंक्शन का यूज़ करते होंगे।
दोस्तों जैसा की printf() फंक्शन का यूज़ हम स्क्रीन पर कोई मैसेज प्रिंट करने के लिए करते है ऐसे ही कई इनपुट आउटपुट फंक्शन इस stdio.h हैडर फाइल में डिफाइन किये गए है। और अगर आप इस हैडर फाइल को अपने प्रोग्राम में include नहीं करते है तो आप इन फंक्शन का यूज़ नहीं कर पाएंगे।
जिसकी वजह से आपके प्रोग्राम में इनपुट आउटपुट से सम्बंधित कोई भी कार्य नहीं कर पाएंगे। न इनपुट दे पाएंगे और न ही आउटपुट देख पाएंगे। दोस्तों इन्ही सब कारणों से ही हमें इस stdio.h हैडर फाइल को हर C प्रोग्राम में include करना पड़ता है।
4.post explanation video :-
तो दोस्तों अब हम इस पोस्ट जिन 10 functions की बात की है उनकी एक explanation वीडियो देख लेते है।
दोस्तों यह है वह वीडियो जिसमे हमने stdio.h के उन 10 फंक्शन्स को समझाया है जिनका काफी ज्यादा यूज़ किया जाता है। तो दोस्तों अगर आप इन 10 फंक्शन को और अच्छी तरह समझना चाहते है तो इस वीडियो को अंत तक जरूर देखें।
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Author :- तो दोस्तों अब हमारी यह 10 most important function of stdio.h header file in C programming-[Hindi] पोस्ट ख़त्म होती है हम आशा करते है की हमारी यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी। और आप जान गए होंगे की वो कौन से 10 फंक्शन है जिनका सबसे ज्यादा उपयोग होता है। तो दोस्तों आज के लिए बस इतना ही मिलते है ऐसी ही किसी नई पोस्ट के साथ तब तक के लिए अलविदा !
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