Characteristics Of Good Programming Languages in Hindi |full explain

 हेलो दोस्तों !

आज की इस Characteristics Of Good Programming Languages in Hindi पोस्ट में हम प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताओं के बारे में चर्चा करेंगे की एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की क्या -क्या विशेषताएं होती है। तो दोस्तों एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताओं को अच्छी तरह जानने के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। 

इस पोस्ट के मुख्य विषय निन्म है :-

  • characteristics of good programming language . 
  • कौन सी programming language अच्छी होती  है ?

1.characteristics of good programming language :-

तो दोस्तों सबसे पहले हम एक अच्छी programming language की विशेषताओं को जान लेते है की वो कौन -कौन सी विशेषताएं है जो एक प्रोग्रामिंग को अच्छी बनती है। 

Characteristics of good programming language


दोस्तों वैसे तो प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की काफ़ी सारी विशेषताएँ होती है। मगर हम यह केवल उन्ही विशेषताओं पर चर्चा करेंगे जो एक good programming language में होती है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताएँ ही किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को अच्छी बनती है। 

characteristics of good programming language :-
  • simple 
  • secure 
  • readability 
  • flexible 
  • efficient 
  • platform  independent 
  • reliability  
  • support for abstraction 
  • widely available 
  • modularity 
  • extensibility 
  • reusability

1.simple :- 

तो दोस्तों अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की सबसे पहली विशेषता है सिंपल। इसका मतलब है की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सरल होनी चाहिए। न की कठिन। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने में आसान होनी चाहिए ताकि कोई भी उसे सीखकर प्रोग्राम बना सके और खुद के एप्लीकेशन डेवलप कर सके। 

एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को कठिन नहीं होना चाहिए उसे हर हाल में सरल होना चाहिए नहीं तो वह एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज नहीं मानी जाएगी। अगर प्रोग्रामिंग सरल नहीं होगी तो हर व्यक्ति उसे सीख नहीं सकता है जिसके कारण उस लैंग्वेज की popularity नहीं बढ़ेगी और वह एक अच्छी लैंग्वेज नहीं मानी जाएगी। 

2.secure :-

secure एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण विशेषता है। एक अच्छी प्रोग्रामिंग हमें सुरक्षित कोड लिखने की अनुमति देती है। सिक्योर का मतलब है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के द्वारा डेवलप किया गया एप्लीकेशन सुरक्षित हों। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हमें सुरक्षित कोड को लिखने की सुविधा प्रदान करें। 

आज के समय में यह एक बहुत ही बड़ा फीचर माना जाता है। अगर किसी लैंग्वेज में यह फीचर नहीं है तो वह लैंग्वेज कभी भी एक अच्छी लैंग्वेज नहीं बन सकती है। क्योकि आज के समय में सिक्योरिटी का बहुत महत्त्व है और ये आगे भी इसका महत्त्व रहेगा। 

3.readability :-

readability एक ऐसा फीचर है जो किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को समझने में आसान बनता है। जिस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कोड को आसानी से समझा जा सके। वह प्रोग्रामिंग एक अच्छी प्रोग्रामिंग मानी जाती है। अगर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का कोड सभी के समझ में नहीं आएगा तो सभी इस प्रोग्रामिंग को यूज़ नहीं कर पाएंगे जिसके बजह से उस प्रोग्रामिंग की popularity कम होगी। 

प्रोग्रामर को दूसरे प्रोग्रामर का लिखा कोड समझने में प्रोग्रामिंग का यह फीचर बहुत मदद करता है। इसी फीचर के कारण ही एक प्रोग्रामर किसी दूसरे प्रोग्रामर के लिखे कोड को समझते है। इसलिए एक अच्छी प्रोग्रामिंग में यह फीचर भी होना चाहिए। 

4.flexible :-

flexible एक ऐसा फीचर होता है जो किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के एप्लीकेशन को अपडेट के योग्य बनता है। इसका मतलब है की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को flexible होना चाहिए ताकि कोड को आसानी से बदला जा सके। प्रोग्रामिंग के इसी गुण के कारण प्रोग्राम को आसानी से किसी भी समय बदला जा सकता है। 

flexibility किसी प्रोग्राम को इस योग्य बनती है की कभी अगर उस कोड को बदले की जरुरत पड़े तो उसे आसानी से बिना किसी परेशानी के उस कोड को बदला जा सके। इसलिए यह फीचर भी एक महत्त्वपूर्ण फीचर माना जाता है। 

5.efficient :-

efficient का मतलब होता है की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जल्दी से सभी कार्य करने में सक्षम हो। जैसे जल्दी से compile हो और जल्दी से रन हो। यह प्रोग्रामिंग फीचर किसी प्रोग्रामिंग को फ़ास्ट बनता है यही वह फीचर है जिसके कारण कोई भी लैंग्वेज काफी स्पीड होती है और हमारे सभी कार्य को बहुत ही जल्दी पूरा करती है। 

आज के समय में टाइम का बहुत महत्व है और अगर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ही ज्यादा टाइम लेने लगे तो हमारे सभी कार्य धीमे हो जायेंगे। आज के समय में किसी एप्लीकेशन का स्पीड होना बहुत जरुरी होता है। और यह तभी संभव है जब प्रोग्रामिंग लैंग्वेज तेजी से कार्य करें। 

6.platform  independent :-

प्लेटफार्म इंडिपेंडेंट एक ऐसा फीचर है जो किसी प्रोग्राम या एप्लीकेशन को मशीन इंडिपेंडेंट बनता है जिसके कारण वह प्रोग्राम किसी भी environment  में रन हो सकता है। इस फीचर के कारण कोई भी एप्लीकेशन किसी भी  ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन हो सकता है। 

आज के समय में ऑपरेटिंग सिस्टम की संख्या बढ़ती जा रही है इसलिए किसी भी प्रोग्राम का मशीन इंडिपेंडेंट होना बहुत जरुरी है और यह तभी सम्भव है जब प्रोग्रामिंग लैंग्वेज इस फीचर को सपोर्ट करे। ताकि उस प्रोग्रामिंग में लिखे गए प्रोग्राम मशीन इंडिपेंडेंट हो। 

7.reliability :-

reliability का मतलब होता है विश्वसनीयता। यह फीचर भी एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में अवश्य होना चाहिए। क्योंकि यह फीचर हमें यह बताता है की कोई भी प्रोग्रामिंग कितनी विश्वसनीय है। की हम उस प्रोग्रामिंग का यूज़ कोई सॉफ्टवेयर बनाने में करें। 

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में इस फीचर का होना बहुत जरुरी होता है। प्रोग्रामिंग के इस गुण के कारण ही सॉफ्टवेयर अच्छे और विश्वसनीय बनते है। जिन पर हम भरोसा कर सकते है की यह प्रोग्राम अच्छी तरह से कार्य करेगा और हमें सही रिजल्ट देगा। 

8.support for abstraction :-

abstraction एक ऐसा फीचर होता है जिसकी मदद से कोई भी प्रोग्रामिंग हमें बिना complexity को दिखाये  उन जरुरी सुविधाओं को प्रदान करती है जिनकी हमें जरुरत होती है। इसका मतलब है की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हमें उन चीज़ो को ही दिखती है जिनकी हमें जरुरत है और उन कठिन चीज़ो को हमसे छुपाती है जिनकी हमें जरुरत नहीं है। 

जैसे एक उदारहण हम c प्रोग्रामिंग के एक फंक्शन का ले लेते है। जिसका नाम है printf फंक्शन। सी प्रोग्रामिंग हमें printf फंक्शन को शो कराती है लेकिन उसके पीछे कितनी कठिन कोडिंग है उसे शो नहीं करती है। हम आसानी से printf का यूज़ करके मैसेज प्रिंट करा लेते है लेकिन वह printf फंक्शन कैसे वर्क करता है यह C प्रोग्रामिंग हमसे छुपाती है।  

9.widely available :-

widely available का अर्थ है की यह प्रोग्रामिंग सभी जगह पुरे वर्ल्ड में उपलब्ध हो। और कोई भी इस प्रोग्रामिंग का यूज़ करके सॉफ्टवेयर डेवलप कर सके। यह गुण इसलिए जरुरी है क्योकि आज के समय में इंटरनेट पुरे वर्ल्ड में उपलब्ध है जिसके कारण सॉफ्टवेयर पुरे वर्ल्ड में यूज़ किये जाते है। 

और बनाए भी जाते है अगर कोई प्रोग्रामिंग पुरे वर्ल्ड में उपलब्ध नहीं होती है तो इसका सभी जगह यूज़ नहीं हो पता है। और वह प्रोग्रामिंग एक अच्छी प्रोग्रामिंग नहीं बन पाती है। 

10.modularity :-

मॉडुलरिटी का अर्थ है। प्रोग्राम को  छोटे -छोटे हिस्सो में बाटना। मॉडुलरिटी वह गुण है जो किसी प्रोग्रामिंग की कम्प्लेक्सिटी को कम करती है। और प्रोग्राम अच्छी तरह समझ आता है उस प्रोग्राम को में बदलाव करना तथा एरर ढूढ़ना आसान होता है। 

जैसे सी प्रोग्रामिंग में फंक्शन और जावा में क्लास होती है ये मॉडुलरिटी के उदाहरण है। यह एक बहुत ही अच्छा गुण होता है इसके कारण हम किसी अलग -अलग  कार्य के लिए प्रोग्राम को एक अलग -अलग हिस्सों में बाँट देते है। जिससे प्रोग्राम को समझना आसान होता है। 

11.extensibility :-

extensibility का अर्थ है विस्तार। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में यह गुण भी होना चाहिए ताकि उसे समय के साथ उसका विस्तार किया जा सके और उसमे नए फीचर्स जोड़े जा सके। क्योकि समय के साथ इंसान की आवश्यकताए भी बदलती रहती है। अगर प्रोग्रामिंग में यह गुण है तो हम उसे समय के साथ उसमे बदलाव और उसका विस्तार कर पाएंगे। 

जैसे इंसानो का डेवलोपमेन्ट हो रहा है उसी प्रकार प्रोग्रामिंग का भी डेवलोपमेन्ट होना जरुरी है नहीं तो वह प्रोग्रामिंग कुछ समय बाद किसी काम की नहीं रहेगी। useless हो जाएगी। 

12.reusability :-

reusability का अर्थ होता है दुबारा उपयोगी। अगर कोई प्रोग्रामिंग इस विशेषता को रखती  तो हम यह कह सकते है की वह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कोड को दुबारा उपयोग करने की सुविधा प्रदान करती है। reusability के कारण हमें बार -बार उसी कोड को नहीं लिखना पड़ता है। हम उसे एक बार लिख कर बार-बार उसे कर सकते है। 

इस विशेषता के कारण हमारा काफी सारा टाइम बचता है और हम किसी प्रोजेक्ट को कम समय में पूरा कर पाते है। इसलिए यह गुण भी एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में जरूर होना चाहिए। 

2.कौन सी programming language अच्छी होती  है :-

दोस्तों अब हम यह जान लेते है की कौन सी programming language good होती है यानि अच्छी होती है। 

दोस्तों जो भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज इन विशेषताओं को प्रदान करती है। जो अभी हमने ऊपर बताई हैं। वह एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को choose करने में आपकी मदद करेंगी। दोस्तों कोई एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पूरी तरह से multipurpose नहीं होती है। इसलिए जो कार्य आपको करना है उसी से रिलेटेड प्रोग्रामिंग को सीखना चाहिए। 

सभी लैंग्वेज अपने -अपने गुणों के कारण अलग -अलग क्षेत्रों के लिए उपयोगी होती है। हम यह नहीं बता सकते है की कौन सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज अच्छी होती है यह आप पर निर्भर करता है की आप क्या करना चाहते है कोई भी प्रोग्रामिंग सिख कर। 

हर प्रोग्रामिंग का अपना -अपना यूज़ होता है कोई कहीं useful है तो कोई कही और useful है। यह आप पर निर्भर करता है की आपके के लिए कौन  सी लैंग्वेज अच्छी है। आप उस प्रोग्रामिंग से क्या कार्य करना चाहते है। हम बस यही कह सकते है की 2021 में इन्ही विशेषताओं को अच्छा माना जाता है। और जो प्रोग्रामिंग इन फीचर्स को प्रदान करती है वह एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मानी जाती है। 

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Author :- तो दोस्तों हमारी यह पोस्ट अब ख़त्म होती है। हम आशा करते है की हमारी यह Characteristics Of Good Programming Languages in Hindi पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी। और आप एक अच्छी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताओं को जान गए होंगे। तो दोस्तों अगर आपको लगता है की इस पोस्ट में कुछ कमी है तो हमें कमेंट करके जरूर बताये। हम उस कमी को दूर करने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद !

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