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आज की इस what is programming paradigm in Hindi | explain OOP पोस्ट में हम programming paradigm के बारे में जानेंगे की यह क्या होती है। कैसे कोई भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी paradigm का अनुसरण करती है। सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी न किसी paradigm का अनुसरण करती है। तो आज हम इसी paradigm को समझने का प्रयास करेंगे।
इस पोस्ट के मुख्य विषय निन्म है :-
- programming paradigm क्या है ? what is programming paradigm ?
- programming paradigm के प्रकार। types of programming paradigm .
- procedural programming paradigm क्या है ? what is procedural programming paradigm ?
- structured programming paradigm क्या है ? what is structured programming paradigm?
- OOP (object oriented programming) paradigm क्या है ? what is OOP (object oriented programming) paradigm .
1. programming paradigm क्या है :-
तो दोस्तों सबसे पहले हम programming paradigm के बारे में जान लेते है की programming paradigm क्या है ?
दोस्तों programming paradigm कंप्यूटर की मुलभुत प्रणाली है। क्योंकि हर programming language किसी न किसी paradigm पर आधारित होती है। चाहे वह structural हो या procedural हर प्रोग्रामिंग को किसी न किसी paradigm पर आधारित करके बनाया जाता है।
हर programming language को किसी न किसी programming paradigm approach या पद्धति का उपयोग करना पड़ता है। हर programming language का अपना अलग nature या प्रकृति होती है। किसी programming की यही प्रकृति या nature programming paradigm कहलाता है।
सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का कार्य करने का या किसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने का अपना अलग -अलग तरीका होता। है। कोई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी प्रॉब्लम को किसी एक तरह सॉल्व करती है। तो दूसरी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज उसी प्रॉब्लम को किसी अन्य तरीके से सॉल्व करती है।
इन सभी लैंग्वेज का प्रॉब्लम को सॉल्व करने का तरीके को ही हम प्रोग्रामिंग paradigm कह सकते है। क्योकि प्रोग्रामिंग paradigm प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के नेचर को ही बताता है की कोई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी प्रॉब्लम को कैसे सॉल्व करती है। प्रोग्रामिंग paradigm हमें यह बताती है की कोई भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किस तरह से किसी प्रॉब्लम को सॉल्व या निवारण करती है।
प्रोग्राम में ऑब्जेक्ट्स ,वेरिएबल तथा मेथड्स का किस प्रकार यूज़ करना है तथा किस प्रकार इन ऑब्जेक्ट्स ,वेरिएबल्स तथा मेथड्स से कोई भी कार्य करना है यह भी प्रोग्रामिंग paradigm प्रदर्शित करती है। किस प्रकार से प्रोग्राम के स्टेटमेंट को व्यस्थित किया जायेगा यह सब कार्य किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के paradigm का हिस्सा होता है।
कहा जाये तो प्रोग्रामिंग paradigm किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की कुछ विषेशताओं को दर्शाती है। प्रोग्रामिंग paradigm से कोई प्रोग्रामिंग नहीं बनती है बल्कि किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताओं से ही किसी प्रोग्रामिंग का paradigm परिभाषित होता है।
2. programming paradigm के प्रकार :-
तो दोस्तों अब हम programming paradigm के types या प्रकार देख लेते है की प्रोग्रामिंग paradigm कितने प्रकार की होती है।
वैसे तो बहुत सारे programming paradigm है लेकिन हम तीन सबसे ज्यादा यूज़ होने वाले प्रोग्रामिंग paradigm के बारे में पढ़ेंगे। जो प्रोग्रामिंग paradigm कुछ powerful लैंग्वेज जैसे सी ,सी++,जावा तथा पाइथन जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के द्वारा फॉलो किया जाता है। तो ये paradigm निन्म है :-
1. procedural programming paradigm .
2. structural programming paradigm .
3. OOP(object oriented programming) paradigm .
1 . procedural programming paradigm क्या है :-
तो दोस्तों अब हम procedural programming paradigm के बारे में जान लेते है की यह क्या होती है और कैसे कार्य करती है।
प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm एक ऐसी प्रोग्रामिंग एप्रोच जो प्रॉब्लम को सॉल्व करने लिए कोड को एक क्रम में execute या कार्यान्वित करती है। वैसे तो सभी प्रोग्रामिंग एप्रोच कोड को एक क्रम से ही execute करती है। लेकिन प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm में डाटा की बजाय procedure को महत्त्व दिया जाता है।
प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm में यह नहीं सोचा जाता है की डाटा को कैसे यूज़ और प्रोटेक्ट करना है बल्कि यह सोचा जाता है की किस प्रकार से कोई प्रोसीजर किसी कार्य को करेगा है। इसका मतलब है की पूरा ध्यान प्रोसीजर से डिज़ाइन करने में दिया जाता है। न की डाटा को बेहतर यूज़ करने में।
प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग paradigm की थोड़ी बेहतर एप्रोच है जिसका अर्थ है की जो कमियाँ स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग में थी उनको प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग में दूर कर दिया गया है। इसलिए हम कह सकते है की प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग paradigm से बेहतर होती है।
प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग paradigm को स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग paradigm की कमियों को दूर करने के लिए बनाया गया है। प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग को स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग का दूसरा रूप भी कह सकते है क्योकि दोनों लगभग एक ही तरह से प्रॉब्लम को सॉल्व करती है लेकिन प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग थोड़ी अगल तरह से प्रॉब्लम को सॉल्व करती है।
2 .structured programming paradigmक्या है :-
तो दोस्तों अब हम structured programming paradigm के बारे में जान लेते है की यह क्या होती है और कैसे कार्य करती है।
स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग paradigm में भी डाटा को ज्यादा importance नहीं दी जाती है। इसमें भी काम का महत्त्व होता है की कोई स्ट्रक्चर module किस प्रकार कार्य कर रह है। कार्य को ज्यादा महत्त्व देने के कारण ही यह भी प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग का एक रूप कही जाती है। जैसे प्रोसीज़रल प्रोग्रामिंग में कार्य होने का महत्त्व होता था उसी प्रकार स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग में भी कार्य होने का महत्त्व होता है।
इसमें किसी प्रॉब्लम को एक स्ट्रक्चर के रूप में सॉल्व किया जाता है। इसका मतलब है की किसी बड़ी प्रॉब्लम को छोटी -छोटी sub प्रॉब्लम में बाटकर बड़ी प्रॉब्लम को सॉल्व किया जाता है। जिसके लिए अगल -अलग कोड ब्लॉक होते है जो केवल एक कार्य को करने पर ध्यान देते है।
हर स्ट्रक्चर या module अपने -अपने कार्य को क्रमबध्य तरीके से करते है हर module का अपना-अपना अलग काम होता है। जो उस काम को करने पर पूरा फोकस करते है। इन मॉडल्स को इससे मतलब नहीं होता है की डाटा कौन -कौन एक्सेस कर रह है तथा उसमे क्या बदलाव कर रह है। module को अपने काम के अलवा किसी और चीज से कोई मतलब नहीं होता है।
ये दोनों ही प्रोग्रामिंग paradigms डाटा पर ध्यान नहीं देती है। जबकि डाटा ही किसी कार्य को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। जिस कारण इस प्रोग्रामिंग एप्रोच में कभी -कभी ऐसी प्रॉब्लम आती है जिससे सारा डाटा नष्ट हो जाता है।
3 . OPP(object oriented programming ) paradigm क्या है :-
तो दोस्तों अब हम OOP(object oriented programming) paradigm के बारे में जानेंगे क्या है और कैसे कार्य करती है।
OOP(object oriented programming) paradigm आज के समय में सबसे पावरफुल प्रोग्रामिंग एप्रोच है। क्योकि इसमें डाटा के साथ-साथ प्रोसीजर पर भी ध्यान दिया जाता है। इस प्रोग्रामिंग paradigm में डाटा को इतना महत्व दिया जाता है की डाटा को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जाता है इस डाटा को बिना permission के कोई भी क्लास या फंक्शन एक्सेस नहीं कर सकता है।
इस प्रोग्रामिंग एप्रोच में डाटा बहुत सुरक्षित होता है। किसी भी डाटा को कोई unknown फंक्शन या क्लास एक्सेस नहीं कर सकती है। इस प्रोग्रामिंग एप्रोच में हम डाटा को पूरी तरह से सुरक्षित रख पाने में सक्षम होते है। यह एप्रोच बाकी एप्रोच से कुछ कठिन होती है। क्योकि इसमें यह पता करना मुश्किल होता है की प्रोग्राम कहा से कैसे कार्य करेगी। इस एप्रोच में बहुत सारे कार्य रन टाइम पर होते है। जो की इसको और मुश्किल बनता है।
यह एप्रोच बाकि एप्रोच की कुछ विषेशताओं को लेती है। और इसकी अपनी खुद की विशेषताएं होती है जिनको मिलाकर यह एप्रोच एक पावरफुल एप्रोच बन जाती है।
अभी तक जीतनी भी प्रोग्रामिंग एप्रोच है उनमे से यही सबसे पावरफुल एप्रोच मानी जाती है। इसका कारण है इस एप्रोच में किसी प्रॉब्लम को ऑब्जेक्ट और क्लास के रूप देखा जाता है। यह एप्रोच रियल लाइफ की प्रॉब्लम को आसानी से सॉल्व करने में सक्षम है। इस एप्रोच में हर प्रॉब्लम को ऑब्जेक्ट या क्लास के रूप में देखा जाता है।
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग paradigm आज के समय की सबसे पावरफुल एप्रोच है। लेकिन शायद भविष्य में इससे भी अच्छी प्रोग्रामिंग एप्रोच आ जाये। क्योकि प्रोग्रामिंग की दुनिया दिन -दिन डेवलप हो रही है। आने वाले समय में इस प्रोग्रामिंग एप्रोच से अच्छी प्रोग्रामिंग एप्रोच आ सकती है जो इस एप्रोच की कमियों को दूर करेगी।
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Author :- तो दोस्तों अब हमारी यह पोस्ट यही पर ख़त्म होती है। हम आशा करते है की हमारी यह what is programming paradigm in Hindi | explain OOP पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी। हमने इस पोस्ट में programming paradigm को अच्छी तरह से समझाने का प्रयास किया है। अगर आपको लगता है की इस पोस्ट में कुछ कमी है तो कमेंट करके हमें जरूर बताये। हम उस कमी को दूर करने का प्रयास करेंगे। पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद !
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