how to make calculator program of c programming in -[Hindi]-

 calculator program in c :-

हेलो दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम calculator  का program  देखगें की c programming  में कैलक्युलेटर का प्रोग्राम कैसे बनता है। इस पोस्ट में हम कैलक्युलेटर के प्रोग्राम को समझेंगे। तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। 

इस पोस्ट के मुख्य विषय निन्म है -
  • कैलकुलेटर क्या होता है ?
  • कैलकुलेटर का प्रोग्राम सी प्रोग्रामिंग में। 
  • कैलकुलेटर प्रोग्राम में यूज़ किये फंक्शन। 
  • कैलकुलेटर कैसे बनाया जाता है। 
  • calculator project explanation video.

1. what is calculator :-

calculator project in C programming in Hindi

दोस्तों सबसे पहले हम यह जान लेते है की कैलकुलेटर क्या होता है। वैसे आप सभी को कैलकुलेटर के बारें में जरूर पता होगा क्योकि कैलकुलेटर का यूज़ आज के समय में बहुत होता है। चाहे सैलरी कैलकुलेट करनी हो या घर का महीने का खर्च निकलना हो इसके लिए हम कैलकुलेटर का यूज़ जरूर करते है। कैलकुलेटर आज हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन चूका है। अब तो हमारे स्मार्टफोन में भी कैलकुलेटर होता है। जिसका यूज़ हम जरूरत पड़ने पर जरूर यूज़ करते है। 

कैलकुलेटर एक गणना करने वाला डिवाइस है। जिसकी मदद से हम बहुत सारी गणनाये करते है। जैसे जोड़ ,घटना ,गुणा ,भाग ये कैलकुलेटर में सबसे ज्यादा किये जाने वाले कार्य है। कैलकुलेटर से हम काफी सारी गणनाये कुछ ही समय में कर सकते है। 

कैलकुलेटर पहले से लिखे प्रोग्राम्स या कोडिंग के अनुसार ही कार्य करता है। कैलकुलेटर को पहले ही यह प्रोग्राम्स की मदद से बता दिया जाता है की जोड़ कैसे करना है और घटना कैसे करना है। और कैलकुलेटर उसी के अनुसार कार्य करता है और हमें परिणाम देता है। 

2. program of calculator in c programming :-

कैलकुलेटर के बारें में जानने के बाद अब हम यह जान लेते है की calculator का program कैसा होता है और यह किस प्रकार कार्य करता है। कैलकुलेटर का यह प्रोग्राम c programming में लिखा गया है। जिसमे हमने कैलकुलेटर की प्रोसेस को पूरा किया है। इस प्रोग्राम को आप अपने सिस्टम में जरूर चलाये और इसके परिणाम को देखे। इस प्रोग्राम को हमने  आसान बनाया है ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें। 

c program of calculator :-

#include< stdio.h >

/*sum function is start*/
int sum()
{
int a,b,c;
printf("Enter which two numbers ");
printf(" you want to sum:\n");
scanf("%d %d",&a,&b);
c=a+b;
return(c);
}
/*sum function is end*/

/*sub function is start*/
int sub()
{
int a,b,c;
printf("Enter which two numbers ")
printf("you want to subtraction:\n");
scanf("%d %d",&a,&b);
c=a-b;
return(c);
}
/*sub function is end*/

/*multi function is start*/
int multi()
{
int a,b,c;
printf("Enter which two numbers"); 
printf(" you want to multiplication:\n");
scanf("%d %d",&a,&b);
c=a*b;
return(c);
}
/*multi function is end*/

/*divide function is start*/
int divide()
{
int a,b,c;
printf("Enter which two numbers");
printf(" you want to division:\n");
scanf("%d %d",&a,&b);
c=a/b;
return(c);
}
/*divide function is end*/

/*main function is start*/
void main()
{
int ch,result;
do
{
printf("\n*******main menu******\n");
printf("Enter 1.for sum.\n");
printf("Enter 2.for subtraction.\n");
printf("Enter 3.for multiplication.\n");
printf("Enter 4.for division.\n");
printf("Enter 5.for exit program.\n");
printf("choose any menu.\n");
scanf("%d",&ch);
switch (ch)
{
case 1:
result=sum();
printf("Sum of entered two");
printf(" numbers:%d\n",result);
break;
case 2:
result=sub();
printf("Subtraction of entered two");
printf(" numbers:%d\n",result);
break;
case 3:
result=multi();
printf("Multiplication of entered two");
printf(" numbers:%d\n",result);
break;
case 4:
result=divide();
printf("Division of entered two"); 
printf(" numbers:%d\n",result);
break;
        
default:printf("Sorry! invalid number try again.\n");
break;
}
} while (ch!=5);
    
}
/*main function is end*/

3. main function of calculator program :-

दोस्तों अब हम कैलकुलेटर प्रोग्राम में यूज़ किये गए फंक्शन पर चर्चा करते है की कोनसा फंक्शन कोनसा कार्य करेगा। ताकि हमारा अच्छी तरह कार्य कर सके। 

sum function :-

दोस्तों कैलकुलेटर के प्रोग्राम में सम फंक्शन का भी उतना ही योगदान है जितना बाकि के फंक्शन का है। सम फंक्शन  का इस्तेमाल इस प्रोग्राम में दो नंबर्स का सम निकलने के लिए किया किया गया है। 

जैसे ही हम main फंक्शन से सम फंक्शन को कॉल करते है। तो सम फंक्शन यूजर से दो नंबर्स को एंटर करने के लिए मैसेज प्रिंट करेगा। और जब यूजर नंबर्स को एंटर कर के एंटर कीय प्रेस करता है। तो सम फंक्शन यूजर के द्वारा एंटर किये गए नंबर्स को सम या जोड़ कर मैन  फंक्शन को रिजल्ट रिटर्न कर देता है। 

sub function :-

दोस्तों कैलकुलेटर के प्रोग्राम में sub  फंक्शन का भी उतना ही योगदान है जितना बाकि के फंक्शन का है। sub  फंक्शन  का इस्तेमाल इस प्रोग्राम में दो नंबर्स को घटाने  के लिए किया किया गया है। 

जैसे ही हम main फंक्शन से sub  फंक्शन को कॉल करते है। तो sub  फंक्शन यूजर से दो नंबर्स को एंटर करने के लिए मैसेज प्रिंट करेगा। और जब यूजर नंबर्स को एंटर कर के एंटर कीय प्रेस करता है। तो sub  फंक्शन यूजर के द्वारा एंटर किये गए नंबर्स को सब्ट्रैक्ट या घटा कर मैन फंक्शन को रिजल्ट रिटर्न कर देता है। 

multi function :-

दोस्तों कैलकुलेटर के प्रोग्राम में मल्टी फंक्शन का भी उतना ही योगदान है जितना बाकि के फंक्शन का है। मल्टी  फंक्शन  का इस्तेमाल इस प्रोग्राम में दो नंबर्स का गुणा करने के लिए किया किया गया है। 

जैसे ही हम main फंक्शन से मल्टी फंक्शन को कॉल करते है। तो मल्टी फंक्शन यूजर से दो नंबर्स को एंटर करने के लिए मैसेज प्रिंट करेगा। और जब यूजर नंबर्स को एंटर कर के एंटर कीय प्रेस करता है। तो मल्टी फंक्शन यूजर के द्वारा एंटर किये गए नंबर्स का गुणा करके मैन फंक्शन को रिजल्ट रिटर्न कर देता है। 

divide function :-

दोस्तों कैलकुलेटर के प्रोग्राम में डिवाइड फंक्शन का भी उतना ही योगदान है जितना बाकि के फंक्शन का है। डिवाइड फंक्शन  का इस्तेमाल इस प्रोग्राम में दो नंबर्स को डिवाइड निकलने के लिए किया किया गया है। 

जैसे ही हम main फंक्शन से डिवाइड फंक्शन को कॉल करते है। तो डिवाइड फंक्शन यूजर से दो नंबर्स को एंटर करने के लिए मैसेज प्रिंट करेगा। और जब यूजर नंबर्स को एंटर कर के एंटर कीय प्रेस करता है। तो डिवाइड फंक्शन यूजर के द्वारा एंटर किये गए नंबर्स को डिवाइड करके मैन फंक्शन को रिजल्ट रिटर्न कर देता है। 

main function :-

दोस्तों इस प्रोग्राम में main फंक्शन का महत्त्व उतना ही है जितना की हमारे लिए पानी। क्योकि main फंक्शन ही वह फंक्शन होता है जो सभी फंक्शन को कण्ट्रोल और उनसे कार्य करवाता है। 

जैसा की हमने देखा की सभी फंक्शन्स को main फंक्शन से बुलाया गया है। तो जो वैल्यू बाकि फंक्शन रिटर्न करेंगे उन वैल्यूज को मैन फंक्शन किसी वेरिएबल में रख कर यूजर के सामने रिजल्ट के रूप में शो करेगा। जो की एक्चुअल रिजल्ट होगा। 

4. how to makes calculator:-

तो दोस्तों अब हम यह जान लेते है की हम calculator को कैसे बना सकते है। 

तो दोस्तों हम आपको बता देना चाहते है की हमारा यह प्रोग्राम केवल कंसोल पर ही वैल्यूज को कैलकुलेट कर सकता है। ये केवल एक प्रोग्राम है। अगर आप कैलकुलेटर के सॉफ्टवेयर को बनाना चाहते है तो इसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म होते है जहा पर आप कोडिंग की मदद से एक सॉफ्टवेयर बना सकते है। बस आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आनी चाहिए। 

सॉफ्टवेयर बनाने की प्रोसेस बहुत जटिल होती है। एक सॉफ्टवेयर बनाने के लिए काफी सारे ऑपरेशन परफॉर्म करने पड़ते है। तब जाके एक सॉफ्टवेयर बनता है। 

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफार्म आपको बहुत सारे टूल्स प्रोवाइड करता है जिसकी मदद से आप सॉफ्टवेयर को कम समय में बना पाते है। तो अगर आपकी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज अच्छी है तो आप भी ऐसे ही किसी सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफार्म का यूज़ करके कैलकुलेटर या और कोई भी सॉफ्टवेयर बना सकते है। 

5. calculator project explanation video :-

दोस्तों अगर आपको अभी भी यह प्रोजेक्ट अच्छी तरह समझ नहीं आया है तो आप नीचे दी गए लिंक पर क्लिक करके इस प्रोजेक्ट को अच्छी तरह वीडियो की मदद से समझ सकते है। इस वीडियो में हमने अच्छी तरह इस प्रोजेक्ट को समझाया है। 

Click here to watch video.


इन पोस्ट को भी पढ़े :-

Author :-तो दोस्तों आज की हमारी यह  how to make calculator program of c programming in -[Hindi]- पोस्ट समाप्त होती है। हमने इस पोस्ट में कैलकुलेटर के प्रोग्राम पर चर्चा की है। हम आशा करते है की आपको हमारी यह पोस्ट जरूर पसंद आई होगी। अगर आपको लगता है कि यह जानकारी आपके दोस्तों के लिए भी उपयोगी होगी तो यह पोस्ट उन्हें भी शेयर करें। धन्यवाद !







Post a Comment

0 Comments